अगर आप भी शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए इसे बारीकी से समझना चाहते हैं और शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते हैं तो आज की यह लेख आपके लिए बहुत ही मददगार होने वाली है। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करके ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाना चाहते है तो आपको स्टॉक मार्केट में पीई अनुपात के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है।
P/E Ratio की जरूरत शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले होती है। P/E Ratio की मदद से निवेशक किसी भी शेयर की करेंट प्राइस चेक करके पता कर सकते है की शेयर का दाम बढ़ा है या गिरा है! ऐसे में अगर आपको P/E Ratio के बारे में अच्छे से जानकारी नहीं होगी तो आपको शेयर मार्केट में घाटा भी लग सकता है।
यदि शेयर मार्केट में निवेश करने के बाद आप चाहते है की आपका घाटा ना लगे तो आज इस लेख के जरिए मैं आपको शेयर मार्केट में P/E Ratio क्या है, P/E Ratio के प्रकार, P/E Ratio कैसे निकाले और P/E Ratio के उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी बताने वाला हु। इसलिए आप इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़े।
पी/ई अनुपात क्या है (What is P/E Ratio in Hindi)
P/E Ratio का मतलब Price-To-Earnings Ratio होता है। इसका इस्तेमाल किसी भी कंपनी के शेयर की कीमत और उसकी प्रति शेयर आय (EPS) का अनुपात निकालने में किया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो P/E Ratio निवेशकों को यह बताता है कि कोई स्टॉक अपने मौजूदा मार्केट प्राइस पर महंगा है या सस्ता
P/E Ratio कंपनियों के मुल्यांकन के लिए एक Ratio है। यह एक प्रचलित फाइनेंसियल अनुपात है। P/E Ratio के मदद से निवेशक आसानी से पता कर सकते है की किसी भी कंपनी का शेयर अपने EPS (Earnings Per Share) की तुलना में शेयर मार्केट में कितने गुना दाम पर ट्रेड कर रहा है।
शेयर मार्केट में कुछ लोग P/E Ratio को Price Multiple या Earnings Multiple के नाम से भी जानते है। आपके जानकारी के लिए बता देता हु सभी कंपनी का अलग अलग P/E Ratio होता है। जिस कंपनी का P/E Ratio अधिक होगा आप समझ लीजिए उसका शेयर प्राइस मूल्यवान है।
P/E Ratio का उदाहरण
जब किसी भी कंपनी का शेयर प्राइस आय वृद्धि की तुलना में बढ़ता है तो P/E Ratio अधिक हो जाता है। वही दूसरी तरफ अगर शेयर की कीमत आय वृद्धि की तुलना में कम होता है, तो P/E Ratio कम हो जाता है। अतः स्टॉक मार्केट की दुनिया में अधिक P/E Ratio का मतलब होता है कि स्टॉक अभी महंगा है और भविष्य में इसकी कीमत गिर सकती है। और कम P/E Ratio का मतलब स्टॉक की कीमत कम है और भविष्य में इसकी कीमत बढ़ सकती है।
चलिए मैं आपको P/E Ratio को एक उदाहरण के जरिए समझता हू –
उदाहरण के लिए एक कंपनी का शेयर है जिसका नाम हम A मान लेते है और इसका P/E Ratio 15 है और वही दूसरी तरफ उसी सेक्टर की एक और दूसरी कंपनी जिसका नाम हमने B रखा है और इसका P/E Ratio 20 है। अर्थात यहां हमे साफ साफ पता चल रहा है की A कंपनी के शेयर की कीमत B की तुलना में कम है।
P/E Ratio कैसे निकालते हैं?
अगर आप किसी कंपनी का P/E Ratio निकालना चाहते है तो इसका एक आसान सा फॉर्मूला है। जिसके इस्तेमाल से आप आसानी से किसी भी शेयर का P/E Ratio निकाल सकते है।
P/E Ratio = (Market Price Per Share / Earning Per Share)
उदाहरण के मान लेते है एक कंपनी का मार्केट प्राइस 150 रुपए है। और उसकी EPS 10 रूपये हैं तो उस कंपनी का P/E Ratio (150/10) = 15 होगी।
अब आपको यह पता करना होगा की मार्केट का P/E Ratio अधिक है या कम तो इसके लिए आपको उसी कंपनी की दूसरी शेयर प्राइस रेशियो चेक करके दोनों की तुलना करनी होगी। किसी भी कंपनी की P/E Ratio की जानकारी आप किसी भी फाइनेंसियल वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।
P/E अनुपात के प्रकार (Types of P/E Ratio in Hindi)
मुख्य रूप से P/E अनुपात को दो भागों में विभाजित किया गया हुआ पहला Forward P/E Ratio और दूसरा Trailing P/E Ratio. चलिए इन दोनों के बारे में मैं आपको विस्तार से बताता हु।
1 – Forward Price-to-Earning
Forward P/E Ratio को Estimated Price To Earnings के नाम से भी जानते है। फॉरवर्ड पी ई Ratio कंपनी द्वारा भविष्य में की जाने वाली कमाई के आधार पर निर्धारित किया जाता है। Forward P/E निकालने के लिए कंपनी शेयर के करेंट मार्केट प्राइस में कंपनी की भविष्य में अनुमानित आय से भाग देकर निर्धारित किया जाता है।
2 – Trailing Price-to-Earnings
किसी भी कंपनी का Trailing P/E Ratio निर्धारित करने के लिए कंपनी के पिछले 12 महीने की कमाई को देखकर इसे निकाला जाता है। Trailing P/E निकालने के लिए कंपनी शेयर की करंट मार्केट प्राइस को कंपनी के पिछले 12 महीनों की कमाई से भाग देकर निकाला जाता है। यह सबसे भरोसेमंद P/E Ratio माना जाता है। क्योंकि यह P/E Ratio कंपनी के आय को देखकर निकाला जाता है।
P/E अनुपात के उपयोग (Uses of P/E Ratio in Hindi)
बहुत सारे निवेशक और विश्लेषक P/E Ratio के हिसाब से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते है। P/E Ratio की मदद से निवेशक पता करते है की किस कम्पनी के शेयर प्राइस अधिक है और किसके कम। P/E Ratio के द्वारा निवेशक आसानी से दो Same सेक्टर की कंपनियों के मौजूदा शेयर प्राइस की तुलना करके शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करते हैं।
P/E Ratio के कुछ प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं –
- निवेशक किसी भी कम्पनी शेयर का स्टॉक मूल्य निर्धारित करने में इस्तेमाल करते है।
- निवेशक किसी कंपनी की Competitiveness का आंकलन करने में P/E Ratio का उपयोग करते है।
कितना P/E Ratio वाले शेयर में निवेश करना चाहिए?
शेयर मार्केट में निवेश करने वाले बहुत से निवेशकों के मन में यह कन्फ्यूजन होता है की अधिक P/E Ratio वाले शेयर महंगे होते हैं और कम P/E Ratio वाले शेयर सस्ते होते हैं। इसलिए कम P/E Ratio वाले शेयर खरीदना चाहिए। लेकिन यह सोच बिलकुल गलत है, अगर ऐसा होता तो जो निवेशक कम P/E Ratio वाले शेयर खरीदते है वह अमीर बन जाते हैं.
अधिक P/E Ratio का मतलब है कि शेयर की करंट मार्केट प्राइस उसके EPS की तुलना में अधिक है और कम P/E Ratio दर्शाता है कि कंपनी का शेयर मार्केट प्राइस उसके EPS से कम है।
अतः किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले सिर्फ P/E Ratio का आकलन करके शेयर मार्केट में निवेश नहीं करना चाहिए। शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले आपको अनेक सारे पैमानों पर कंपनी को परखना होता है और फिर जाकर कंपनी में निवेश करना होता है। अगर कंपनी का एनालिसिस रिपोर्ट आपको अच्छा लगता है और आप सोच रहे है कम्पनी भविष्य में अच्छा करेगी लेकिन उसका P/E Ratio अधिक ही क्यों ना हो फिर भी आपको उसमें निवेश करना चाहिए।
निष्कर्ष: P/E Ratio क्या है हिंदी में
P/E Ratio निवेश संबंधी निर्णय लेने में बहुत महत्वपूर्ण होता हैं, लेकिन किसी भी शेयर में निवेश करने के लिए आपको कंपनी का पी ई रेश्यो देखकर उसमे निवेश करने की सलाह हम आपको नही देंगे। क्योंकि सिर्फ कंपनी P/E Ratio को देखकर किसी कंपनी में निवेश नहीं किया जाता है। किसी भी कंपनी में निवेश करने के लिए अनेक सारे फैक्टर देखने होते हैं।
आशा करता हु इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप अच्छे से समझ गए होंगे P/E Ratio क्या है. यदि अभी भी आपके मन में P/E Ratio से सम्बंधित कोई प्रश्न हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
Disclaimer – इस लेख में हम आपको किसी प्रकार के निवेश करने की सलाह नहीं दे रहे हैं. यह लेख सिर्फ आपके जानकारी को बढ़ाने के लिए लिखा गया है। इसे पढ़ कर आप बिना सोचे समझे किसी भी शेयर मार्केट में निवेश ना करे। शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार या एक्सपर्ट की मदद लें।